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"मेरी प्यारी माँ"("My Dearest Mother")

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  https://www.blogger.com/blog/posts/3529210830536827925?hl=en ईश्वर के स्वरूप का ज्ञान है माँ, धरती पर अनदेखे ईश्वर का नाम है माँ, प्रकृति का उपहारों में सर्वश्रेष्ठ उपहार है माँ, जीवन में एकमात्र कर्जदार रहूँगा तेरा माँ,                     तुमने बहुत कष्ट झेले,                     खूब ठोकरें तुमने खायीं,                     पर मैं(हम) आज भी बड़े निठल्ले,                     की दर्द का एक प्रतिशत भी समझ न आयी, तुमने दिन रात जागकर, हमको सुलाया माँ पर मैं पास न बैठा आकर, तेरे बराबर ज्ञान आज भी न पाया दूर जाकर, आज फिर खड़ा हूँ तेरे ही पास माँ, आकर.                                              धन्यवाद आपका दिल से .                                           (WRITTEN BY ALOK DAKSH)                                  please like & share this page and lines.   ☺ #मातृ दिवस विशेष  #"मेरी प्यारी माँ"("My Dearest Mother") # Mother's day Special #प्रकृति का खूबशूरत उपहार "आंखे"(Nature's beautiful gift "Eyes") # एक समझदारी वाली "बात"(A Se

प्रकृति का खूबशूरत उपहार "आंखे"(Nature's beautiful gift "Eyes")

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https://www.blogger.com/blog/posts/3529210830536827925?hl=en आंखों का पूरा सत्य कोई नहीं जानता,  आंखे, होती कुछ देखती कुछ बताते समय जानता,                      आंखें ईश्वर की सबसे सुंदर संरचना,                     क्योंकि प्रकृति की सुंदरता देखती आंखों की संरचना,  रचनात्मक कलाएं आंखें ही बताएं, आंखें निगाहों में ही तो सब बात बताएं,                     लोग कहें आंखें देखे पेट खाएं परिणाम पीठ तक आए,                     करनी का परिणाम जीवन में कहीं भी पीछे पीछे आए,  प्रकृति एक शीशे से के समान कार्य करती है, आप सीसे से एक किरण गुजारेंगे वापस आप तक जरुर आती है,                     यही आंख का भी वही कमाल है,                     लोगों की सुंदरता आंख के साथ विचारों का भी कमाल है,  कहते हैं विचाराधीन विचारहीन किसी काम का नहीं, उसी प्रकार जिस प्रकार आंखों के बिना शिक्षा का ध्यान नहीं,                      लोग आंखें दिखाकर ही अपने डर को प्रकट करते,                      ऑंखें ही है जो अपने आंसुओं को दुख में प्रकटते,  दिखे साधारण होते साधारण कार्य, पर होते निराले जब होते सब परिपूर्ण कार्य.        

हमारी सबसे बड़ी कमजोरी "अज्ञानता" (Our biggest weakness "Ignorance")

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आज के परिवेश में बिना शिक्षा के, दो कदम दूभर इस शिक्षा के परिवेश में,                     बिना कारण लोग मां बाप को भी भूलते,                     आज लोगों का स्वार्थ है जो बच्चों को स्कूल भेजते, अज्ञानी, ज्ञानी से ज्यादा अपेक्षाएं कर डालता, कहीं दूर नहीं माता-पिता ही बच्चे को करें पराया,                     सबसे पहले बच्चे अगर गलती करते,                     तो बाहरी कम अपने ही गहरा आघात करते, अज्ञानता सच में मैं लोगों को एहसास कराती, जैसे लोग अपने-अपने को ही आपस वापस झगड़ा कर डालती,                     जीवन का संघर्ष बिना ज्ञान और न बढ़ता,                     जैसे हर एक नई तकनीक कारीगर के लिए समस्या बनता, जीवन में जितना सरल एक शिक्षित आदमी को समझाना, उतना ही सरल है अशिक्षित के आगे मूर्ख बन जाना,                     समस्या भी भरपूर है अगर समझना है समाज,                     तो अपने को करें पूरी तरह से आजाद, जीवन की कड़वी सच्चाई बिना संघर्ष ना मिले अंगड़ाई, संघर्ष 5 साल से शुरू हो जाता शिक्षक जारी कराता पढ़ाई.                                                धन्यवाद आपका दिल से .